संवाद सहयोगी, शेखोपुरसराय:नगर पंचायत के नीमी गाँव निवासी प्रसिद्ध शिक्षक छात्र छात्राओ के चहेते की मौत से गाँव ही नही क्षेत्र मे गम का माहौल है। यहां बता दे की सेवानिवृत शिक्षक गीता प्रसाद सिंह के बड़े पुत्र शरीर से असमर्थ 50 वर्षीय जोगी सर के नाम से क्षेत्र मे गुरु और शिष्य के कर्तव्य का बोध कराने बाले शिक्षक कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे । जिनका इलाज के दौरान पावापुरी में मौत हो गई । उनकी मौत की खबर सुनते ही गांव के साथ-साथ पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। जो जैसे थे उस हालत में अपने चेहते का चेहरा देखना चाह रहे थे । माहौल इतना गमगीन था कोई कुछ कहने को तैयार नहीं । बस सबके मुंह पर एक ही लब्ज क्षेत्र के गरीब बाल बच्चों को कौन पढ़ाएगा । कौन उन बच्चो का मार्गदर्शन करायेगा । झकझोर देने वाली इस घटना ने सैकड़ो छात्र-छात्राओं के मंसूओं पर पानी फिर गया ।लोग बताते हैं कि सुबह 5 बजे से रात दस बजे तक विद्यार्थियों का आना-जाना उनके पास लगा रहता था । और वह थक जाते थे तो उनका शिष्य इन बातो को समझ जाते परंतु वह रट लगाते थे की हम नही थके है तुमलोग पढ़ो और पूछो ।शरीर से असमर्थ रहते हुए भी वह अपने आप को तैयार करके विद्यार्थियों को पढ़ाने की तैयारी में लगे रहते थे ।उन विद्यार्थियों को क्या पता कि उनके मार्गदर्शन करने वाले भगवान के प्यारे हो जाएंगे ।उनकी मौत पर जिला परिषद अध्यक्ष निर्मला सिंह पंचायत के पूर्व मुखिया संजीव कुमार ,सुनील सिंह, रंजीत कुमार प्रमोद सिंह नागमणि सिंह ने गहरी शोक संवेदना प्रकट की है।